LOVE YOURSELF Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps July 21, 2020 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments chandresh21 July 2020 at 11:22प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.दौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...ReplyDeleteRepliesReplychandresh21 July 2020 at 11:25प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.दौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...ReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.
ReplyDeleteदौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.
सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.
हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...
प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.
ReplyDeleteदौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.
सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.
हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...