LOVE YOURSELF


Comments

  1. प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.
    दौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.

    सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.
    हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...

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  2. प्यार विश्वास दोस्ती से मिले, आदमी जब भी आदमी से मिले.
    दौर कैसा ये जीवन में आया, मुद्दतें हो गयीं किसी से मिले.

    सोच कर रूह काँप जाती है, ज़ख़्म कुछ ऐसे ज़िन्दगी से मिले.
    हमसे कुछ हो गयी ख़ता शायद, जो भी मिले सभी बेरुख़ी से मिले...

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